उत्तराखंड

*हे. न. ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ प्रारंभ*

देव भूमि जे के न्यूज,05/12/2023-

उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों को नई शिक्षा नीति की बारीकियों को समझाने के लिए यूजीसी द्वारा देश के 111 मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यह भारत सरकार का एक महत्त्वाकांक्षी उपक्रम है।
इसके अंतर्गत उच्च शिक्षा के विविध विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर आयोजित हो रहे हैं। नई शिक्षा नीति के विभिन्न पक्षों पर केंद्रित ऐसा ही पंद्रह दिवसीय कार्यक्रम हे न ब गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखंड के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा प्रारंभ हो गया है।
इस अवसर पर
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने सेंटर तथा समस्त शिक्षक प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यू जी सी द्वारा चयनित देश के 111 ऐसे केंद्रों में हमारे इस केंद्र का चयन अत्यंत हर्ष का विषय है।
उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय का मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर आज अपना प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘ एन ई पी 2020 ओरिएंटेशन एंड सेंसटाइजेशन ‘ ऑनलाइन मोड में प्रारंभ कर रहा है।
जिसमें अलग अलग प्रदेशों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा तथा वे सरकार के इस महत्त्वाकांक्षी उपक्रम से ऑनलाइन लाभान्वित हो सकेंगे।
उन्होंने इस अवसर पर शुभकामनाएं संप्रेषित की।

इस केंद्र की निदेशक प्रोफेसर इंदु पांडेय खंडूड़ी ने बताया कि हमारा केंद्र एन ई पी 2020 के विविध पक्षों पर देशभर के विद्वान वक्ताओं को वक्तव्य हेतु आमंत्रित करते हुए शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण के नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान कार्यक्रम ‘ एन ई पी 2020 ओरियंटेशन एंड सेंसटाइजेशन प्रोग्राम’ के शीर्षक से आयोजित किया जा रहा है । इसके अंतर्गत इंडियन नॉलेज सिस्टम, एकेडमिक लीडरशिप गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट, स्किल डेवलपमेंट स्टूडेंट डायवर्सिटी एंड इंक्लूसिव एजुकेशन, इनफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, हायर एजुकेशन एंड सोसायटी तथा हॉलिस्टिक एंड मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन जैसे विविध पक्षों पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक दिन सायं 3 से 6 बजे तक ऑनलाइन दो सत्र होंगे। कार्यक्रम के अंत में शिक्षकों को बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर देकर उनका मूल्यांकन भी किया जाएगा। इन सभी प्रक्रियाओं के फलस्वरूप निरंतर उपस्थित शिक्षकों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रमाण पत्र केंद्र द्वारा दिया जाएगा। उन्होंने कहा की इस प्रकार शिक्षक इस केंद्र के माध्यम से नवीन ऊर्जा और नवाचारी गतिविधियों से संयुक्त होंगे।

प्रथम दिवस दो सत्रों में डॉ अमरेंद्र पाणी तथा प्रोफेसर सीमा धवन ने रोचक तथा उपयोगी व्याख्यान दिए। सत्रों का संचालन डॉ सोमेश थपलियाल, असिस्टेंट डायरेक्टर, एम एम टी टी सी ने किया। इस अवसर पर लगभग 33 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया और कार्यक्रम की गुणवत्ता पर संतोषप्रद फीडबैक भी दिया। संयोजन कार्य में अनिल कठैत, पूनम रावत तथा पारुल कठैत ने सक्रिय भूमिका निभाई।

Devbhumi jknews

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