उत्तराखंड

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- रिश्ता या सौदा*


*आज का पञ्चांग*

*दिनाँक:- 07/04/2024, रविवार*
*त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष,*
*चैत्र*
(समाप्ति काल)

तिथि———— त्रयोदशी 06:53:23 तक
तिथि—–चतुर्दशी 27:20:39 (क्षय )
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र—————— पूoभाo 12:57:26
योग———————-ब्रह्म 22:15:42
करण—————— वणिज 06:53:22
करण————— विष्टि भद्र 17:07:22
करण—————- शकुनी 27:20:39
वार———————— रविवार
माह————————– चैत्र
चन्द्र राशि————– कुम्भ 07:38:31
चन्द्र राशि—————— मीन
सूर्य राशि——————- मीन
रितु———————— वसंत
आयन——————— उत्तरायण
संवत्सर———————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत—————- 2080
शक संवत——————- 1945
कलि संवत—————— 5124
सूर्योदय———————– 06:04:04
सूर्यास्त———————– 18:38:41
दिन काल——————— 12:34:36
रात्री काल——————— 11:24:18
चंद्रास्त———————- 17:14:45
चंद्रोदय———————- 29:37:23
लग्न————मीन 23°30′, 353°30′
सूर्य नक्षत्र—————— रेवती
चन्द्र नक्षत्र————— पूर्वा भाद्रपदा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

दा—- पूर्वा भाद्रपदा 07:38:31

दी—- पूर्वा भाद्रपदा 12:57:26

दू—- उत्तरा भाद्रपदा 18:16:03

थ—- उत्तरा भाद्रपदा 23:34:32

झ—- उत्तरा भाद्रपदा 28:53:01

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मीन 23:10, रेवती 3 च
चन्द्र=कुम्भ 29:30 , पू o भा o 3 दा
बुध =मेष 01:53′ अश्विनी 1 चू
शु क्र= मीन 08°05, उ o भाo ‘ 2 थ
मंगल=कुम्भ 17°30 ‘ शतभिषा’ 3 सी
गुरु=मेष 24°30 भरणी , 4 लो
शनि=कुम्भ 20°50 ‘ शतभिषा ,4 सू
राहू=(व) मीन 21°35 रेवती , 2 दो
केतु=(व) कन्या 21°35 हस्त , 4 ठ

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 17:04 – 18:39 अशुभ
यम घंटा 12:21 – 13:56 अशुभ
गुली काल 15:30 – 17: 04अशुभ
अभिजित 11:56 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 16:58 – 17:48 अशुभ
वर्ज्यम 21:27 – 22:52 अशुभ
प्रदोष 18:39 – 20:57 शुभ

🚩पंचक ³ अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 06:04 – 07:38 अशुभ
चर 07:38 – 09:13 शुभ
लाभ 09:13 – 10:47 शुभ
अमृत 10:47 – 12:21 शुभ
काल 12:21 – 13:56 अशुभ
शुभ 13:56 – 15:30 शुभ
रोग 15:30 – 17:04 अशुभ
उद्वेग 17:04 – 18:39 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
शुभ 18:39 – 20:04 शुभ
अमृत 20:04 – 21:30 शुभ
चर 21:30 – 22:55 शुभ
रोग 22:55 – 24:21* अशुभ
काल 24:21* – 25:46* अशुभ
लाभ 25:46* – 27:12* शुभ
उद्वेग 27:12* – 28:37* अशुभ
शुभ 28:37* – 30:03* शुभ

💮होरा, दिन
सूर्य 06:04 – 07:07
शुक्र 07:07 – 08:10
बुध 08:10 – 09:13
चन्द्र 09:13 – 10:16
शनि 10:16 – 11:18
बृहस्पति 11:18 – 12:21
मंगल 12:21 – 13:24
सूर्य 13:24 – 14:27
शुक्र 14:27 – 15:30
बुध 15:30 – 16:33
चन्द्र 16:33 – 17:36
शनि 17:36 – 18:39

🚩होरा, रात
बृहस्पति 18:39 – 19:36
मंगल 19:36 – 20:33
सूर्य 20:33 – 21:30
शुक्र 21:30 – 22:27
बुध 22:27 – 23:24
चन्द्र 23:24 – 24:21
शनि 24:21* – 25:18
बृहस्पति 25:18* – 26:15
मंगल 26:15* – 27:12
सूर्य 27:12* – 28:09
शुक्र 28:09* – 29:06
बुध 29:06* – 30:03

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मीन > 04:06 से 05:32 तक
मेष > 05:32 से 08:24 तक
वृषभ > 08:24 से 09:18 तक
मिथुन > 09:18 से 11:28 तक
कर्क > 11:28 से 13:58 तक
सिंह > 13:58 से 16:02 तक
कन्या > 16:02 से 18:18 तक
तुला > 18:18 से 20:08 तक
वृश्चिक > 20:08 से 22:32 तक
धनु > 22:32 से 00:32 तक
मकर > 00:32 से 02:34 तक
कुम्भ > 02:34 से 04:00 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन, मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।

*💮दिशा शूल ज्ञान—————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु चl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय:ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*

15 + 13 + 1 + 1 = 30 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक हैl

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

28 + 28 + 5 = 61 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 06:53 से 17:07 तक

मृत्यु लोक =सर्वकार्य विनाशीनी

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि योग 12:27 से*

*मास शिवरात्रि*

*चतुर्दशीक्षय*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

धनधान्यप्रयोगेषु विद्यासंग्रहणे तथा।
आहारे व्यवहारे च त्यक्तलज्जः सुखीभवेत्।।
।। चा o नी o।।

जिसे दौलत, अनाज और विद्या अर्जित करने में और भोजन करने में शर्म नहीं आती वह सुखी रहता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: कर्मसन्यास योग अo-05

सन्न्यासं कर्मणां कृष्ण पुनर्योगं च शंससि।,
यच्छ्रेय एतयोरेकं तन्मे ब्रूहि सुनिश्चितम्‌॥,

अर्जुन बोले- हे कृष्ण! आप कर्मों के संन्यास की और फिर कर्मयोग की प्रशंसा करते हैं।, इसलिए इन दोनों में से जो एक मेरे लिए भलीभाँति निश्चित कल्याणकारक साधन हो, उसको कहिए॥,1॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।

🐏मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐂वृष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं।

👫मिथुन
जल्दबाजी से चोट लग सकती है। दूर से शोक समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा। भागदौड़ रहेगी। आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🦀कर्क
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे।

🐅सिंह
पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🙍‍♀️कन्या
जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें।

⚖️तुला
धनहानि संभव है, सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से बचें। शत्रु शांत रहेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।

🦂वृश्चिक
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बढ़ सकती है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्‍थ्य की चिंता रहेगी। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा।

🏹धनु
शत्रु सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्‍ट संभव है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🐊मकर
धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे।

🍯कुंभ
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें।

🐟मीन
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विरोध होगा। विवाद से क्लेश होगा, इससे बचें। पुराना रोग उभर सकता है। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

आज की प्रेरक कहानी 👇👇

*रिश्ता या सौदा*

लडके के पिता ने पंडित जी को एक लडकी देखने को कहा !
पण्डित जी बोले हाँ एक लडकी है. अभी कुछ दिनों पहले उसके पिता ने भी एक लडका देखने को कहा था.

एक दिन तय हुआ और शादी हो गयी. सब कुछ ठीक चल रहा था कि कुछ महीनो बाद. लडका लडकी मे आये दिन झगडा होने लगा.

वह लडका रोज शराब के नशे में घर आता और पत्नी से मारपीट करताi वह उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करता…
वहीं बहू भी न सास देखती न ससुर अपने पति के जाते ही अपने स्कूल के एक मित्र के साथ फ़ोन पर लग जाती और भूल जाती कि अब वह किसी की पत्नी, किसी के घर की लक्ष्मी/बहू है.

एक दिन उन दोनों के बीच झगडा शुरू हुआ और दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे. गुस्से में आकर लडकी ने आत्महत्या कर ली.
लडके को पुलिस पकड़ कर ले गयी.
अब दोनों घरो के लोग एक दूसरे को गाली देने लगे, खानदान को गरियाने लगे, मामला कोर्ट पहुंचा.

जज साहब ने सभी को उपस्थित रहने को कहा और उस पंडित को भी बुलाने को कहा जिसने यह रिश्ता करवाया था..
पंडित जी आये. वकील से पहले जज साहब ही पूछ बैठे कि–
ये रिश्ता तुमने करवाया था…..?
दोनो घर बर्बाद हो गये.
इन लोगों का कहना है कि आपको सब पता था फ़िर भी…..?
पंडित जी ने कहा —
जज साहब ये रिश्ता नहीं था #सौदा# था
क्योंकि
लडकी के माता पिता ने कहा–
लडका पैसे वाला हो, परिवार छोटा हो. जमीन जायदाद हो. और सास ससुर न भी हो तो कोई बात नहीं…

वही लडके के माँ बाप बोले कि–
लडकी दिखने में सुन्दर हो, खानदान हमारी बराबरी का हो. लडके को दहेज में गाडी मिले. बाकी हमे कोई शिकायत नहीं..
और मैने ये सौदा करवा दिया साहब, *इसे रिश्ता नाम देकर “रिश्ते” शब्द को अपमानित न करें.*
अगर इन लोगों को रिश्ता करवाना होता तो लडकी वाले मुझसे कहते-
कि

लडका बेशक गरीब हो, मगर मेहनती स्वाभिमानी हो, भरा पूरा परिवार हो. ऐसा घर हो जहाँ मेरी बेटी हंस कर खिलखिलाकर रहेi। जिस घर में गाड़ी न हो मगर खुशी और संस्कार हो i

और वही लडके को वाले कहते……
बहू बेशक गरीब घर की हो, मगर संस्कारित हो, जो भरे पूरे परिवार से हो, जो घर को घर बनाकर और बांध कर रखे, कुछ न हो देने के लिए मगर बडो का अदब और अतिथि का आदर सत्कार हो. बहू धनवान नहीं गुणवान हो.
तब कहीं जाकर ये रिश्ता कहलाताi जज साहब. और आजकल तो रिश्ते कम और सौदा अधिक होता है ,
इनके माता पिता भी बराबर के दोषी है इस तरह के मानसिकता वाले लोगों को जरूर सजा मिलनी चाहिए..

जज साहब सोच में पड गये और बोले- पंडित जी आपने मेरे हृदय में भी एक चुभन पैदा कर दी, क्योंकि मैने भी अपने बच्चों को सब कुछ दिया, आज का आधुनिक माहौल भी दिया. मगर संस्कार देने में शायद मै भी चूक गया ।

लगभग यथार्थ और कटु सत्य

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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