उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- बड़ा कौन।


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 18/09/2024, बुधवार*
*पूर्णिमा, शुक्ल पक्ष,*
*भाद्रपद*
(समाप्ति काल)

तिथि——— पूर्णिमा 08:03:30 तक
तिथि- प्रतिपदा 28:18:46(क्षय )
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र—- पूर्वा भाद्रपदा 10:59:26
योग————– गण्ड 23:27:35
करण————– बव 08:03:30
करण———- बालव 18:11:05
करण———- कौलव 28:18:46
वार———————– बुधवार
माह———————- भाद्रपद
चन्द्र राशि——————- मीन
सूर्य राशि—————— कन्या
रितु————————- शरद
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2080
शक संवत—————- 1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————– 06:07:03
सूर्यास्त————– 18:18:53
दिन काल———— 12:11:50
रात्री काल———— 11:48:37
चंद्रास्त————– 06:26:15
चंद्रोदय—————- 18:35:28
लग्न—-कन्या 1°24′ , 151°24′
सूर्य नक्षत्र——– उत्तरा फाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र———– पूर्वा भाद्रपदा
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

दी—- पूर्वा भाद्रपदा 10:59:26

दू—- उत्तरा भाद्रपदा 16:15:16

थ—- उत्तरा भाद्रपदा 21:31:04

झ—- उत्तरा भाद्रपदा 26:47:00

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 01°05, उ oफाo 2 टो
चन्द्र= मीन 00°30 , पू o भा o 4 दी
बुध =सिंह 20°53′ पू o फाo 3 टी
शु क्र= कन्या 29°05, चित्रा’ 2 पो
मंगल=मिथुन 13°30 ‘ आर्द्रा ‘ 3 ड
गुरु=वृषभ 26°30 मृगशिरा , 1 वे
शनि=कुम्भ 21°50 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 12°55 उo भा o, 3 झ
केतु= (व)कन्या 12°55 हस्त 1 पू

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 12:13 – 13:44 अशुभ
यम घंटा 07:39 – 09:10 अशुभ
गुली काल 10:42 – 12: 13अशुभ
अभिजित 11:49 – 12:37 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:49 – 12:37 अशुभ
वर्ज्यम 19:25 – 20:49 अशुभ
प्रदोष 18:19 – 20:43 शुभ

🚩पंचक अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:07 – 07:39 शुभ
अमृत 07:39 – 09:10 शुभ
काल 09:10 – 10:42 अशुभ
शुभ 10:42 – 12:13 शुभ
रोग 12:13 – 13:44 अशुभ
उद्वेग 13:44 – 15:16 अशुभ
चर 15:16 – 16:47 शुभ
लाभ 16:47 – 18:19 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 18:19 – 19:47 अशुभ
शुभ 19:47 – 21:16 शुभ
अमृत 21:16 – 22:45 शुभ
चर 22:45 – 24:13* शुभ
रोग 24:13* – 25:42* अशुभ
काल 25:42* – 27:10* अशुभ
लाभ 27:10* – 28:39* शुभ
उद्वेग 28:39* – 30:08* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 06:07 – 07:08
चन्द्र 07:08 – 08:09
शनि 08:09 – 09:10
बृहस्पति 09:10 – 10:11
मंगल 10:11 – 11:12
सूर्य 11:12 – 12:13
शुक्र 12:13 – 13:14
बुध 13:14 – 14:15
चन्द्र 14:15 – 15:16
शनि 15:16 – 16:17
बृहस्पति 16:17 – 17:18
मंगल 17:18 – 18:19

🚩होरा, रात
सूर्य 18:19 – 19:18
शुक्र 19:18 – 20:17
बुध 20:17 – 21:16
चन्द्र 21:16 – 22:15
शनि 22:15 – 23:14
बृहस्पति 23:14 – 24:13
मंगल 24:13* – 25:12
सूर्य 25:12* – 26:11
शुक्र 26:11* – 27:10
बुध 27:10* – 28:09
चन्द्र 28:09* – 29:08
शनि 29:08* – 30:08

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कन्या > 05:08 से 07:22 तक
तुला > 07:22 से 09: 30 तक
वृश्चिक > 09:30 से 11:56 तक
धनु > 11:56 से 14:06 तक
मकर > 14:06 से 17:00 तक
कुम्भ > 17:00 से 17:26 तक
मीन > 17:26 से 18:58 तक
मेष > 18:58 से 20:22 तक
वृषभ > 20:22 से 22:30 तक
मिथुन > 22:30 से 00:42 तक
कर्क > 00:42 से 03:12 तक
सिंह > 02:50 से 05:12 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 4 + 1 = 20 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चन्द्रग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

*श्रावणेऽधिकमासे च आर्द्रायाश्च गते रवौ ।*
*शिव मेन्दु गते योगे, शुक्ले च व्यतिपातके ।।*

*हरानङ्‌गहीणाञ्च तिथिषु करणे चतुष्पदे ।*
*सोमवारे शुभे ब्रह्मे प्रदोषाख्ये अभिजित्क्षणे ।।*

*शिवरात्रादि पर्वेषु उत्सर्वेषु निमित्तके।*
*नित्य आराधना काले च शिववास न चिन्तयेत् ।।*

*।। निर्णय सिंधु,शिव महापुराण,नारद संहिता।।*

15 + 15 + 5 = 35 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*प्रतिपदा श्राद्ध*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

एतान् विंशतिगुणानाचरिष्यति मानवः ।
कार्यावस्थासु सर्वासु अजेयः स भविष्यति ।।
।। चा o नी o।।

जो व्यक्ति इन बीस गुणों पर अमल करेगा वह जो भी करेगा सफल होगा.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: विभूतियोग अo-10

महर्षयः सप्त पूर्वे चत्वारो मनवस्तथा ।,
मद्भावा मानसा जाता येषां लोक इमाः प्रजाः ॥,

सात महर्षिजन, चार उनसे भी पूर्व में होने वाले सनकादि तथा स्वायम्भुव आदि चौदह मनु- ये मुझमें भाव वाले सब-के-सब मेरे संकल्प से उत्पन्न हुए हैं, जिनकी संसार में यह संपूर्ण प्रजा है॥,6॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। घर-बाहर कुछ तनाव रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे।

🐂वृष
किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है। लाभ के दरवाजे खुलेंगे। किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। चोट व दुर्घटना से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें। धन प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें।

👫मिथुन
ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट व दुर्घटना से बचें। आय में कमी रह सकती है। घर-बाहर असहयोग व अशांति का वातावरण रहेगा। अपनी बात लोगों को समझा नहीं पाएंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। हितैषी सहयोग करेंगे। धनार्जन संभव है।

🦀कर्क
किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार के लोग अनुकूल व्यवहार करेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि तथा आरोग्य रहेगा। चिंता में कमी होगी। जल्दबाजी न करें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी।

🐅सिंह
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। काम में मन लगेगा। शेयर मार्केट में लाभ रहेगा। नौकरी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।

🙍‍♀️कन्या
वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। लाभ होगा। दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

⚖️तुला
सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता के साधन जुटेंगे। जोखिम न उठाएं। नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा।

🦂वृश्चिक
आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। परिवार के सदस्यों की उन्नति के समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग बना रहेगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं, लाभ होगा। भूले-बिसरे साथी तथा आगंतुकों के स्वागत तथा सम्मान पर व्यय होगा।

🏹धनु
मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं।

🐊मकर
आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेवजह लोगों से मनमुटाव हो सकता है। बेकार की बातों पर ध्यान न दें।

🍯कुंभ
व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा। जल्दबाजी में कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें।

🐟मीन
काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे। मित्रों के साथ प्रसन्नतापूर्वक समय बीतेगा। यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*🛕जय श्री राम🙏*

*💐बड़ा कौन💐*

एक चौधरी जी थे जो एक कपड़े की बहुत बड़ी फैक्ट्री के मालिक थे..। कुछ दिनों बाद चौधरी जी को प्रभु से लगाव हो गया.. उनके जीवन में ऐसा कुछ घटा कि उन्होंने अपनी फैक्ट्री और सारा कारोबार बंद कर दिया और सन्त बन गए.. अब लोग उन्हें संत के नाम से जानने लगे.. अब चौधरी जी सिर्फ प्रभु भक्ति करते और शाम को बैठते और अपने अनुयायियों को प्रवचन देते..।

एक दिन चौधरी जी ने अपने अनुयायियों को अपने व्यवसायी से संत बनने की घटना सुनाई..

चौधरी जी ने कहा कि “एक दिन जब मैं अपनी फैक्ट्री में बैठा था उसी समय एक कुत्ता घायल अवस्था में वहां आता है..। वो किसी गाड़ी से कुचल गया था जिस से उसके तीन पैर टूट गए थे और वो सिर्फ एक पैर से घिसटते हुवे फैक्ट्री तक आया.. मुझे बहुत तरस आया और मैंने सोचा कि उस कुत्ते को किसी जानवरों के अस्पताल ले जाऊं। मगर फिर अस्पताल के लिए तैयार होते समय मेरे दिमाग़ में एक बात आई और मैं रुक गया.. मैंने सोचा कि अगर प्रभु हर किसी को खाना देता है तो मुझे अब देखना है कि इस कुत्ते को अब कैसे खाना मिलेगा..। रात तक दूर बैठे उसे मैं देखता रहा और फिर अचानक मैंने देखा कि एक दूसरा कुत्ता फैक्टरी के दरवाज़े से नीचे घुसा और उसके मुह में रोटी का एक टुकड़ा था.. उस कुत्ते ने वो रोटी उस कुत्ते को दी और घायल कुत्ते ने किसी तरह उसे खाया.. फिर ये रोज़ का काम हो गया.. वो कुत्ता वहां आता और उसे रोटी देता या कोई और खाने की चीज़ और वो घायल कुत्ता ऐसे खा खा के चलने के क़ाबिल बन गया.. मुझे ये देखकर अपने प्रभु पर अब ऐसा भरोसा हो गया कि मैंने अपनी फैक्ट्री बंद की.. व्यापार पर ताला लगाया और प्रभु की राह में निकल पड़ा.. और संत बनने के बाद भी मेरे पास पैसे उसी तरह किसी न किसी बहाने आते रहे जैसे पहले आते थे.. ठीक वैसे जैसे उस कुत्ते को दूसरा कुत्ता रोटी खिलाता था रोज़”

चौधरी जी की ये कहानी सुनकर उनका एक अनुयायी ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा.. चौधरी जी ने जब वजह पूछी तो उसने कहा कि “आपने ये तो देख लिया चौधरी जी कि प्रभु ने उस कुत्ते का पेट भरा मगर आप ये न समझ सके कि उन दो में से बड़ा कौन है?
जो खाना खा रहा है वो बड़ा है या जो उसे ला कर खिला रहा है वो बड़ा है?
आप खाना खाने वाले घायल कुत्ते बन गए और अपना कारोबार बंद कर दिया.. जबकि पहले आप खाना खिलाने वाले में थे क्यूंकि आपकी फैक्ट्री से हज़ारों लोगों को खाना मिलता था.. आप खुद बताईये कि पहले जो काम आप कर रहे थे वो प्रभु की नज़र में बड़ा था या अब जो कर रहे हैं वो?”

चौधरी जी की आँखें खुल गयी.. और उन्होंने दुसरे ही दिन अपना कारोबार फैक्टरी फिर से शुरू कर दी और संत चौधरी जी फिर से व्यवसायी चौधरी जी बन गए।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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